Adani समूह: शेयर बाजार में गिरावट — कारण, प्रभाव और भविष्य
Adani समूह: शेयर बाजार में गिरावट — कारण, प्रभाव और भविष्य गिरावट के प्रमुख कार1.
1. मुनाफ़ा बु
किंग (Profit Booking):
जब कोई शेयर तेजी से बढ़ता है, खासकर छोटे-समय में, तो निवेशक अपने लाभ सुरक्षित करने के लिए शेयर बेचने लगते हैं। Adani Power ने पिछले कुछ दिनों में भारी रैली देखी थी; गिरावट इस रैली के बाद‐profit booking की प्रतिक्रिया मानी जा रही है।
2. Stock Split Effect (1:5 शेयर विभाजन):
Adani Power ने हाल ही में 1-:5 का शेयर विभाजन किया है। यानी एक शेयर को पाँच हिस्सों में बाँटना। इससे शेयर की कीमत प्रति यूनिट गिरती दिखती है, लेकिन कुल निवेशक की होल्डिंग वैल्यू नहीं बदलती। यह गिरावट कुछ हद तक इस विभाजन के समायोजन (adjustment) के कारण है।
3. SEBI की “clean chit” से हुई पहले की रैली के पश्चात संतुलन:
Hindenburg रिपोर्ट के आरोपों के बाद SEBI ने Adani समूह और गौतम Adani को कुछ मामलों में क्लीन चिट दी है, जिससे शेयरों में पहले बढ़त हुई थी। लेकिन जैसे ही इस सकारात्मक घटना के प्रभाव कुछ शांत हुए, निवेशकों ने थोड़ा सा संतुलन खोजने लगे हैं। उस दबाव के बाद सुधार या गिरावट सामान्य है।
4. संस्थागत निवेशकों की गतिविधियाँ:
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि GQG Partners ने Adani Power में कुछ हिस्सेदारी बेची है, जबकि अन्य जैसे SBI म्युचुअल, Citadel Securities आदि निवेश कर रहे हैं। ऐसी हिस्सेदारी-बदलाव से भी शेयरों की तरह-तरह की प्रतिक्रिया होती है।
आज की गिरावट का कारण सिर्फ एक बड़ा “नकारात्मक घटना” नहीं है, बल्कि कई छोटे-कारक मिलकर काम कर रहे हैं:
तेज़ रैली के बाद लाभ सुरक्षित करने की प्रवृत्ति
शेयर विभाजन से उत्पन्न तकनीकी/मल्टीप्राइस असर
SEBI क्लीन चिट मिलने के उपरांत उम्मीदों की पूर्ति और फिर निवेशकों की मोहलत के बाद बाजार का संतुलन खोजना
भाग-भाग में होने वाली खरीद-फरोख्त (institutions द्वारा) और साझेदारी (stakes) की बदलाव